आज के समय में महिलाओं में अधिकतर होने वाली समस्या PCOD एक ऐसी समस्या है जो हार्मोन के असंतुलन के कारण महिलाओं को प्रभावित करती हैं। इस समस्या के चलते समस्याओं का सामना करना पड़ता है साथ ही शादीशुदा महिलाओं को प्रेगनेंसी संबंधी समस्या से जूझना पड़ता है। पीसीओडी की समस्या में आपको बालों, वजन से संबंधित समस्या, अनियमित पीरियड साइकिल का सामना करना पड़ सकता है इसकी रोकथाम के लिए आपको लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना होगा। आज के समय में कई फीमेल को पीसीओडी की समस्या से जूझ रही हैं तो आईए जानते हैं इसके के कारण, लक्षण व उपाय।
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आईए जानते हैं पीसीओडी जैसे समस्या होने के क्या कारण हो सकते हैं?
– इसका सबसे मुख्य कारण हो सकता है अधिक तनाव लेना या तनाव में रहना।
– लाइफस्टाइल में असंतुलन के कारण यह समस्या हो सकती है।
– उचित खानपान ना लेना, पीसीओडी की समस्या को बढावा देता है।
– दिन भर में कोई भी फिजिकल एक्टिविटी ना करना, एक्टिविटी से कई समस्या से निदान होता है।
– रात में देर रात तक जागे रहना, नींद पूरी ना लेना।
– तेजी से अधिक वेट गेन करना भी इसका एक कारण हो सकता है।
आईए जानते हैं पीसीओडी के क्या लक्षण हो सकते हैं?
– सबसे बड़ा मुख्य कारण इसका है पीरियड साइकिल का बिगड़ना। पीसीओडी के चलते महिलाओं का पीरियड साइकिल अनियमित होने लगता है इसमें महिलाओं को पीरियड्स में गैप होना या कभी कभी कई महीनो तक लगातार पीरियड्स का ना आना इसमें शामिल है।
– पीसीओडी की समस्या के चलते आपको इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है इससे गर्भवती होने की संभावना कम होने लगते हैं साथ ही शरीर में इनफर्टिलिटी की समस्या पैदा हो जाती है।
पीसीओडी की समस्या में कैसे करें उपचार?
– शरीर में हार्मोनल संतुलन के साथ-साथ पीसीओडी का समस्या का भी इलाज किया जा सकता है इसके लिए आपको अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ बदलाव कर शुरुआत करनी होगी।
– साथ ही समय से ही डॉक्टर से जांच भी करानी होगी। पीरियड का समय पर न होने पर दवाई दी जाती है जिससे हार्मोनल असंतुलन को रोका जा सकता है साथ ही एक्सरसाइज जरूर करें।
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।