अभी तक लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग लोग अपने वजन को घटाने में कर रहे थे. लेकिन हाल ही में पता चला है की इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिमाग पर सकारात्मक भी फर्क पड़ता है. न्यूरोडीजनेरटीव बीमारी से बचाने में भी इंटरमिटेंट फास्टिंग बेहद फायदेमंद होता है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे
– दिमाग की एजिंग प्रक्रिया को धीमा करने में फायदा देता है
-न्यूरोडीजनेरटीव बीमारी से बचाने में फायदेमंद है
– लाइफ़स्पन बढ़ाने में भी मददगार होता है (मतलब जीवन काल को बढ़ाने में)
भारत में ज्यादातर लोग फास्टिंग करते हैं. ज्यादातर फास्टिंग हमारे पूजा से संबंधित होती है. लोग फास्ट रखते हैं किसी न किसी भगवान के व्रत के रूप में. भारत में फास्टिंग ज्यादातर व्रत के रूप में किया जाता है. जो लोग अपने पूजने भगवान के लिए रखते हैं. जिसमें लोग बहुत बार कुछ भी नहीं खाते पूरे दिन में. और कई फास्टिंग में एक समय खाकर व्रत का पालन करते हैं. फास्टिंग को करने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. लेकिन सभी के अनेकों फायदे हैं. जिससे दिमाग की नेचुरल एजिंग प्रोसेस की गति धीमी की जा सकती है.
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इंटरमिटेंट फास्टिंग
इस फास्टिंग में डाइट को अपनाया जाता है. साथी लिमिटेड कैलोरी बॉडी में जाए यह ध्यान रखा जाता है. यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. (Oxri) नाम का जीन जो नियमित और सीमित खाने की मदद से लाइफ़स्पन को बढ़ाने मैं मदद करता है. साथ ही दिमाग की नेचुरल एजिंग पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है.सीमित व संयमित आहार, एजिंग की प्रक्रिया को धीमा और न्यूरोडीजेनेरेटिव डिजीज की रफ्तार को कम कर सकता है.ओएक्सआर1, रेट्रोमर नाम के एक कॉम्प्लेक्स को प्रभावित करता है, जो सेलुलर प्रोटीन और फैट्स की रिसाइकिलिंग के लिए आवश्यक होता है। रेट्रोमर डिस्फंक्शन उम्र से संबंधित न्यूरोडिजेनेरेटिव डिजीज से जुड़ा है, लेकिन सीमित और संयमित आहार की मदद से अल्जाइमर और पार्किंसंस डिजीज से रक्षा करने में मदद करता है.
Oxri रेट्रोमर प्रक्रिया से बचाता है. स्वस्थ मस्तिष्क, न्यूरॉनल फंक्शन, लिमिटेड फूड से संबंधित जीवन को बढ़ाने के लिए फायदेमंद है.
कम खाने से सेल्स में प्रोटीन को ठीक से क्रम में करने में मदद मिलती है.क्योंकि कोशिकाएं ओएक्आर1 के एक्सप्रेशन को बढ़ाता है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है.