आजकल की जिंदगी में लोगों की लाइफ स्टाइल में जल्दी बदलाव आते रहते हैं. इस वजह से लाइफस्टाइल को सुधारने का समय नहीं मिल पाता, ऑफिस वर्क प्रेशर और जंक फूड खाने की आदत आपकी सेहत को खराब करने का काम करती है. आजकल स्ट्रोक की बीमारियां तेजी से बढ़ रही है.आमतौर पर महिलाओं को स्ट्रोक की प्रॉब्लम ज्यादा हो रही है. स्ट्रोक से करने वाले लोग दुनिया भर में दूसरे नंबर पर है. स्ट्रोक किसी भी व्यक्ति को आ सकता है. 85 वर्ष से कम आयु के पुरुषों में स्ट्रोक आना आम बात है.
आईए जानते हैं स्टॉक के लक्षण व क्या क्या बीमारियां हो सकती हैं
प्रेगनेंसी के दौरान
प्रेगनेंसी में अगर महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है तो स्ट्रोक आने का खतरा बना रहता है. इसलिए ब्लड प्रेशर को प्रेगनेंसी के दौरान कंट्रोल करके रखें.
माइग्रेन
माइग्रेन आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा होता है. जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं व गर्भनिरोधक दवाइयां का प्रयोग ज्यादा करती हैं उन महिलाओं में स्ट्रोक की प्रॉब्लम ज्यादा देखी जाती है.
एट्रियल फाइब्रिलेशन
एट्रियल फाइब्रिलेशन को (Afib) भी कहा जाता है. 70 से 75 वाली महिलाओं में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है. स्ट्रोक का खतरा महिलाओं में 20% तक बढ़ जाता है.
हाई ब्लड प्रेशर
ज्यादातर महिलाओं में स्टॉक का कारण हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है. (सीडीसी) के अनुसार तीन में से एक महिला को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत होती है. जिस वजह से स्टॉक का खतरा बढ़ जाता है.
उम्र के साथ स्टॉक का खतरा
बढ़ती उम्र में लोगों में स्टॉक का खतरा भी बढ़ता है. पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में यह जल्दी फैलता है.
स्ट्रोक से बचने के लिए क्या-क्या उपाय कर सकते हैं
हेल्दी डाइट
किसी भी बीमारी से बचने के लिए हेल्दी डाइट बेहद ही जरूरी काम होता है. हेल्दी डाइट खाने से सेहत तंदुरुस्त रहती है शरीर में किसी भी अंग से संबंधित बीमारी होने में कमी रहती है. जैसे हरी सब्जियां खाएं पत्तेदार सब्जियां खाएं जिससे शरीर तंदुरुस्त रहे. खाने में तेल आदि का प्रयोग ना करें. जंक फूड खाने से बचे.
एक्सरसाइज करें
डेली रूटीन में एक्सरसाइज जरूर करें. जिससे शरीर हल्दी रहेगा. और जिन बीमारियों से शरीर ग्रस्त है उन बीमारियों को दूर करने में भी फायदा देती है.
योग व व्यायाम
योग वह व्यायाम करने से शरीर के अंदर की गंदगी खत्म करने में फायदा मिलता है. और लोगों का शरीर तंदुरुस्त होने लगता है. योग से शरीर को डिटॉक्स करने में बहुत ही मदद मिलती है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।