स्लीप एपनिया की स्थिति में रात को सोते समय सांस लेने में दिक्कत होना, सांस का उखड़ना आदि परेशानी होने लगती है.
स्लीप एपनिया के कुछ लक्षण
– खर्राटे आना
– सोते समय सांस का बंद हो जाना
– उठते समय शरीर में थकावट लगा है सभी स्लीप एपनिया के लक्षण है
प्लांट डाइट का प्रयोग करके स्लीप एपनिया जैसी बीमारी को कम किया जा सकता है. दिमाग और दिल की बीमारियों को भी काम किया जा सकता है.
आईए जानते हैं स्लिप एपनिया के कुछ लक्षण-
– सर में दर्द होना
– मूड स्विंग होना
– सो कर उठने के बाद शरीर में थकावट महसूस होना
– रात में सोते समय सांस का अपने आप बंद हो जाना सांस ना ले पाना
– खर्राटों का आना
– दिन में ज्यादा नींद आना
– इनसोम्निया आदि शामिल होते हैं ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए कुछ न कुछ करना बेहद ही जरूरी होगा। आमतौर पर नोर्मल एनिमिया में खून की कमी हो जाती है जिसे पूरा करने के लिए आप अनार, चुकंदर, आंवला जैसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
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जिन लोगों की डाइट में अधिक मात्रा में फल, सब्जियां, नट्स और साबुत अनाज शामिल होते हैं, उनमें स्लीप एपनिया का खतरा बहुत हद तक कम होता है.
रात को सोते समय विंड पाइप ब्लॉक होना या दिमाग का ठीक से ब्रीदिंग को कंट्रोल न कर पाना, हो सकते हैं.
अगर आप अपने डेली रूटीन में प्लांट डाइट का प्रयोग करते हैं तो स्लीप एपनिया से होने वाली तकलीफें 20% तक काम की जा सकती हैं. और जो लोग अनहेल्दी फूड अनहाइजीनिक फूड वह जंक फूड का ज्यादा प्रयोग करते हैं उनमें स्लीप एपनिया की तकलीफ 22% तक बड़ी मिलती है.
स्लीप एपनिया के लिए प्लांट डाइट को प्रयोग करने का कारण यही है कि इन्फ्लेमेशन और मोटापे को बेहद कम करने में फायदेमंद होती है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।