कई लोगों का पसंदीदा मौसम आ चुका है। ठंड के बावजूद भी लोग इस मौसम को खूब मजे करते हैं। हालांकि, बदलते मौसम के साथ ही हमारी लाइफस्टाइल भी बदलने लगती है। बदलते मौसम में लोगों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी काफी प्रभावित होता है। यही वजह है कि कई लोग सर्दियां आते ही सीजनल डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इसे विंटर डिप्रेशन या विंटर ब्लूज के नाम से भी जाना जाता है। यह मौसम कुछ लोगों को मूडी, उदास और ऊर्जाहीन बना सकता है। इसकी वजह से लोग अक्सर उदास, निराश और सुस्त महसूस कर सकते हैं। अगर आप इसका शिकार हैं तो हम आपको बताते हैं कुछ उपाय-
शारीरिक गतिविधि करेः- अक्सर ठंड में लोगों को बिस्तर से बाहर निकलने का मन नहीं करता है। इस मौसम में लोग अक्सर कंबल या रजाई में छुपे रहना पसंद करते हैं। हालांकि, ऐसा करना आपको सुस्त और आलसी बना सकता है। इसलिए शारीरिक और मानसिक रूप से एक्टिव रहने के लिए जरूरी है कि आप शारीरिक गतिविधियों को अपनी रूटीन का हिस्सा बनाए। ऐसा नियमित रूप से करने पर आप स्वस्थ रहेंगे।
अच्छी आदतेः- इससे खुद को बचाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी रूटीन में अच्छी और सकारात्मक आदतों को शामिल करें। सेल्फ-केयर जैसी सकारात्मक आदतें आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और सर्दियों में होने वाले डिप्रेशन को दूर करने में मदद कर सकता है। ध्यान रखें कि सकारात्मक बने रहने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर डाइट जरूर लें।
सामाजिक रूप से जुड़ेः- ठंड का मौसम अकेले बिताने पर अक्सर लोग उदासी औ निशारा का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में खुश रहने के लिए अकेले रहने की बजाय सामाजिक रूप से जुड़े रहें। आप अपने रिश्तों और दोस्ती को संवारने के लिए समय निकालें और ठंड के मौसम में अपने करीबियों के साथ समय बिताएं। अपने लोगों के साथ समय बिताने से आपको विंटर ब्लूज से निपटने में मदद मिलेगी।
सर्दी के प्रभाव को स्वीकारेः- हर मौसम अपने साथ कुछ बदलाव लेकर आता है। ऐसे में सर्दियां भी अपने साथ कई सारे बदलाव लेकर आती है, जो हमारे लिए जरूरी होते हैं। ऐसे में इन बदलावों से परेशान या निराश होने की बजाय इन्हें स्वीकार करें। ऐसा करने से आप सीजनल डिप्रेशन से काफी हद तक बचे रहेंगे।
सूरज की रोशनी में समय बिताएः- सूरज की रोशनी न सिर्फ विटामिन डी का एक बढ़िया स्त्रोत है, बल्कि यह हमारे ब्रेन को को सेरोटोनिन नामक हार्मोन जारी करने में भी मदद मिलती है, जो मूड को बेहतर बनाने और चिंता को कम करने में काफी कारगर है।
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।