सरसों के तेल सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। सर्दियों में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं होती हैं। इससे राहत पाने के लिए सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप अक्सर जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं तो सरसों तेल के मालिश से राहत पा सकते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। सरसों के तेल के इस्तेमाल से साधारण समस्या ही नहीं, बल्कि कुछ गंभीर बीमारियों से भी राहत मिलती है। सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा थ्री फैटी एसिड के साथ-साथ ओमेगा 6 फैटी एसिड, पॉलिअनसेचुरेटेड वसा, विटामिन-ई, खनिज जैसे पोषक तत्त्व पाए जाते हैं, जो हमारे लिए कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद होता है तो आइए जानते हैं इसके फायदें-
सर्दी-खांसी में कारगारः- सर्दियों में जुकाम की समस्या आम होती है, ऐसे में सरसों के तेल के मसाज से सीने में जमा कफ से राहत मिलती है, साथ ही कफ भी बाहर निकल जाता है। नाक बंद होने पर गर्म पानी में सरसों का तेल डालकर भाप लेने से आराम मिलता है। साथ ही सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां डालकर कुछ देर तक पकाएं इसे किसी डिब्बे में रखें और डेली रात को सोने से पहले इसकी कुछ बूंदे अपने नाक में डालें। बहुत जल्दी जुकाम में राहत मिल सकता है।
हार्ट को रखे स्वस्थः- सरसो के तेल में मौजूद ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स, ओमेगा 6 फैटी एसिड,मोनो अनसैचुरेटेड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, इस्केमिक हार्ट डिजीज को पचास प्रतिशत तक कम करता है। इसीलिए आप अपने खाना सरसों के तेल से ही बनाएं इसके साथ ही भरता या सलाद में थोड़ा डालकर खाना हार्ट के लिए फायदेमंद होता है।
गठिया रोग में आराम दिलाएः- गुनगुने सरसों के तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है साथ ही गठिया में भी आराम मिलता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हाथ और पैरों में होने वाले सूजन को कम करने में भी मदद करते हैं।
कैंसर में सहायकः- ऐसा माना जाता है कि सरसों के तेल कैंसर सेल्स को कम करने में मदद करता है, इसलिए अपने खाने में सरसों के तेल का ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा इस तेल के इस्तेमाल से अस्थमा, खांसी और दांतों में दर्द से भी राहत दिलाता है।
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।