ज्यादातर खाने पीने की कमी के वजह से ऑफिस की टेंशन की वजह से मेमोरी लॉस की प्रॉब्लम होने लगती है.यह बीमारी बुजुर्गों में भी जल्द ही फैलती है.क्योंकि जिस उम्र में बुजुर्ग को मेमोरी लॉस की प्रॉब्लम होने लगती है उनके खाने पीने में बहुत अंतर आ जाता है,और रूटीन डाइट में कमी होने के कारण और हेल्दी चीजों का प्रयोग न करने के वजह से मेमोरी लॉस होने लगती है.ज्यादा कमजोर होने की वजह से रोजमर्रा के कामों में दिक्कतें आने लगती है इसलिए इस प्रॉब्लम से बचने के लिए क्या खाना चाहिए जानते हैं,जिससे हमारी यादाश्त मजबूत होने लगे.
लोग अक्सर ऑफिस लाइफ में बिजी होने के कारण अपने लिए समय नहीं निकाल पाते जिससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है.पूरे दिन में होने वाला स्ट्रेस हुआ थकान वह पोषक तत्व की कमी की वजह से दिमाग पर खराब असर पड़ता है.आज के जमाने में इंटरनेट से चारों तरफ से इनफॉरमेशन आने की वजह से डाटा इतनी इकट्ठा हो जाता है जिससे दिमाग पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है,और इतनी सारी बातें दिमाग याद नहीं रख पाता जिस वजह से प्रॉब्लम होने लगती है.आईए जानते हैं हम कौन सी चीज़ खाकर मेमोरी लॉस से बचा जा सकता है.
ब्रोकली वह मशरूम
ब्रोकली और मशरूम में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है और ब्रोकली में विटामिन k भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.जो मेमोरी लॉस में बहुत फायदा देता है और याददाश्त मजबूत करता है.
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट दिमाग की मेमोरी लॉस के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है.डार्क चॉकलेट में फेमिनिट्स की मात्रा भरपूर होती है.जो ब्रेन के ऑक्सीडेटिव डैमेज को काम करता है,और मेमोरी लॉस से बचाय रखता है.
नट्स एंड ड्राई फ्रूट्स
ज्यादातर ड्राई फ्रूट्स में एंटीऑक्सीडेंट्स बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं जो दिमाग को तंदुरुस्त रखने में फायदा देते हैं,और मेमोरी लॉस में भी बहुत फायदा पहुंचाते हैं.इस में पाए जाने वाले ओमेगा 3फैटी एसिड मेमोरी सेल्स को डैमेज से बचाता है.
सालमन
सालमन में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है,जो ब्रेन सेल्स को डैमेज होने से बचता है जिससे मेमोरी लॉस का खतरा कम रहता है.
बेरीज
बेरीज का मेमोरी लॉस में बहुत ही फायदा मिलता है,क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और भरपूर मात्रा में एंटी इन्फ्लेमेटरी अच्छा पाए जाते हैं,और दिमाग में ऑक्सीडेटिव डैमेज को बहुत कम कर देता है जिससे मेमोरी लॉस नहीं होता.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।