आजकल लोगों के लाइफ़स्टाइल में बहुत से चेंज आ रहे हैं.जिसकी वजह से उनको शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.जिनमें से डेमेंटिया एक है, जो ज्यादातर बढ़ती उम्र में लोगों को समस्या पैदा करती है. हाल ही स्टडी में यह पता चला है .जो डॉग पालते हैं.उन्हें डेमेंटिया का खतरा कम हो जाता है.
ज्यादातर लोग जो डॉग पालते हैं उन्हें देखते ही वह दिन भर की थकान भूल जाते हैं. वह अपने डॉग को इतना प्यार करते हैं, कि उन्हें परिवार के हिस्से की तरह मानते हैं,डॉग्स ऐसी आपको कई गंभीर समस्या से भी बचा सकते हैं.डिप्रेशन को भी काम करने में बहुत फायदा करते हैं. डॉग्स इस बीमारी को काम करने में 40% तक सहायक है.
तनाव में कमी-
अगर आपके पास एक डॉग है, तो आपकी चिंता ना लेवल कम होगा, डॉग को प्यार से सहलाने से ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, जो तनाव कम करने से जुड़ा एक हार्मोन है, लंबे समय तक तनाव से बचने में बहुत लाभदायक है. और यह तनाव कम कर
डेमेंटिया से बचाने में मददगार है.
एक्स्ट्रा फिजिकल एक्टिविटी-
डॉग को डेली वॉक की जरूरत होती है. एक्टिव रहने के लिए ऐसे में जब आप भी उनके साथ वॉक करते हैं, तो आपके दिल की सेहत में सुधार होता है और इससे डेमेंटिया मैं सुधार आने लगता है .रेगुलर एक्सरसाइज से कॉग्निटिव फंक्शन अच्छा होता है. कॉग्निटिव डिसऑर्डर के विकसित होने का डर भी कम रहता है.
रोजाना का फैक्स रूटीन-
डेली रूटीन अगर फिक्स रहता है. जिससे मानसिक स्वास्थ्य को फायदा हो सकता है. डेली रूटीन को फॉलो करने से तनाव के स्तर में कमी आती है.
गैन इन सोशल नेटवर्क-
डॉग एक सोशल एनिमल है उसके साथ आपको अकेलेपन और अलग होने की भावनाओं का सामना करने में मदद मिलती है. डॉग रखने से सामाजिक संपर्क बढ़ता है.
माइंड एक्टिव –
डॉग को संभालते वक्त आपको प्रशिक्षण खेल और प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसी विभिन्न गतिविधियां करनी होती है, जिससे आपका दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है.