जैसा कि सभी को पता है कि होली आने में बस कुछ ही दिन बाकी है। तैयारी शुरू हो चुकी है। होली रंगों का त्यौहार है जिसमें लाल, नीले, पीले कई प्रकार के रंगों से होली खेली जाती है लेकिन कई बार होली खेलने के दौरान या बाद में कई ऐसे स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो जाती है जो लंबे समय तक हमें अपना शिकार बना सकती हैं। केमिकल वाले रंगों से हमारी त्वचा, आंख को भी खतरा बना रहता है साथ ही पेट की समस्या भी देखने को मिल सकती है तो आइए जान लेते हैं। होली पर हमें क्या कुछ समस्याएं हो सकती हैं और उनसे कैसे बचाव करना है.
आंखों से संबंधित समस्याएं-
होली खेलते समय कई बार हमारी आंखों में कलर चला जाता है जिसकी वजह से हमारी आंखों को काफी नुकसान पहुंच सकता है साथ ही रंगों में शीशा आदि भी मिलाया जाता है उनसे हमारी आंखों में खुजली जलन और आंखें लाल हो सकती है जिसके लिए जरूरी है कि आंख में कलर जाने से बचाव करें.
त्वचा संबंधी समस्याएं-
होली में केमिकल वाले रंगों का इस्तेमाल करने से खुजली और रेडनेस की समस्या देखने को मिल जाती है साथ ही कुछ लोगों को रंगों से एलर्जी भी होती है जिसके चलते उनकी पर छोटे दाने भी उभर जाते हैं साथ ही यह लंबी समय तक भी चल सकता है.
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सांस संबंधी समस्याएं-
आपको पता है कि गुलाल हमेशा सूखे होते हैं वह आपको कई समस्या का सामना भी करना पड़ सकता हैं साथ ही फेफड़ों को डैमेज करने का कारण भी बन सकते हैं.
पेट संबंधित समस्याएं-
होली खेलते समय यदि रंग मुंह के अंदर चला जाता है तो हमें पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती है जिससे उल्टी, दस्त, पेट दर्द और पेट में इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है.
तो आइए जान लेते हैं होली पर कैसे करें बचाव?
– आंखों को रंगों से बचा के रखने के लिए चश्मा पहन सकते हैं.
– नकली वाले रंगों से अपनी त्वचा का बचाव करें। त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए तेल लगा ले.
– यदि आपके मुंह और आंख में कलर गया है तो तुरंत साफ पानी से धो लें और कुल्ला कर ले.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।