कैंसर एक जानलेवा बीमारी है. आपका खराब लाइफ स्टाइल के कारण भी कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. गलत तरीके से खाने पीने से कैंसर जैसी घातक बीमारी हो सकती है. अगर आप खाना बैठकर नहीं खाते या कोई भी वस्तु खड़े होकर ही खाने लगते हैं तो यह कैंसर जैसी घातक बीमारी को बढ़ाने में सहायक होता है. खड़े होकर खाने से खाने पीने की नली में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.
कैंसर का पता फ्लैश तकनीक का प्रयोग करके कर सकते हैं. खड़े होकर खाने से ए तो वह पेट में कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है. साथी खाने-पीने की नली में और भी गंभीर बीमारियां होने का खतरा बन सकता है. फास्ट फूड, जंक फूड खाने से लाइफस्टाइल में बहुत ज्यादा अंतर आ जाता है जिस वजह से बीमारियां बढ़ने का खतरा रहता है.
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जंक फूड व फास्ट फूड और अनियमित जीवन
कैंसर के संस्थान द्वारा रेडियोथैरेपी विभाग ने यह बताया है कि खाने पीने का सही तरीका वह सही भोजन करने से और शारीरिक गतिविधियां करके कैंसर से बचा जा सकता है.
खड़े होकर खाने से खाना सीधा पेट में चला जाता है. जिस वजह से डाइजेशन प्रक्रिया में अधिक मेहनत लगती है. पेट में बना एसिड ऊपर की और दबाव बना देता है. जिसे खाने पीने की मांसपेशियों में कमजोरी आने लगती हैं . जिस वजह से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. जो लोग बाहर ज्यादा खाते हैं. उन लोगों में कैंसर तीव्रता से बढ़ता है.
धूम्रपान,गुटका और शादी मे देरी करना कैंसर का खतरा
आजकल लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता अधिक हो चुकी है. इसलिए लोग अपनी जांच करने लगे हैं. जब उन्हें पता चलता है कि उन्हें कैंसर है तो वह सामने आ जाते हैं. साथी कुछ लोग कैंसर के इलाज के खर्च की वजह से पीछे हट जाते हैं लेकिन इसका ट्रीटमेंट गवर्नमेंट हॉस्पिटल में मुफ्त कराया जाता है. फिर भी कैंसर के मरीज को बहुत भाग दौड़ करनी पड़ती है. शादियों में देरी कैंसर का कारण इसलिए है . क्योंकि अपने ऑफिस के कामकाज की वजह से शादी लेट करते हैं. साथी बच्चों को स्तन पान करना बहुत कम हो गया है. जिस वजह से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. धूम्रपान व गुटका आदि का प्रयोग करने से मुंह का कैंसर हो सकता है.
ट्यूमर को कैसे नष्ट करें
फ्लैश तकनीक कैंसर में बहुत ही कारगर है. इस तकनीक से ट्यूमर को खत्म करने में बेहद मदद मिलती है. इससे छोटे ट्यूमर को एक बार में ही खत्म किया जा सकता है. 2 से 3 महीने रेडियो थैरेपी दी जाती है. फ्लैश तकनीक का अभी भी ट्रायल चल रहा है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।