सर्वाइकल कैंसर की बीमारी बहुत सारी महिलाओं को घेरे हुए हैं. इस वजह से महिलाओं की मौत दूसरे नंबर का प्रमुख कारण है. इससे बचने का एचपी वैक्सीन सबसे प्रमुख हथियार है. लेकिन लोगों के दिमाग में इस वैक्सीन के लिए बहुत सारे सत्य भरे हुए हैं. सर्वाइकल कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो महिलाओं में ज्यादा सरदार होती है. लोगों में जागरूकता की कमी के कारण महिलाओं की मौत का आंकड़ा बढ़ जाता है
एचवीपी वैक्सीन को लेकर लोगों के दिमाग में बहुत सारी गलतफहमियां है. आईए जानते हैं वह कौन से गलतफहमियां है.जिन को लेकर जागरूक होना जरूरी है.
-असत्य
Hvp बांझपन का कारण हो सकता है
यह बात बिल्कुल असत्य है. और सभी वैक्सीनों की तरह hvp वैक्सीन के भी कुछ साइड इफेक्ट होते हैं. जिस वजह से इन्फेक्शन वाली जगह पर सिर दर्द, थकान और मल्टी आदि शामिल है.
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-असत्य
Hvp वैक्सीन ज्यादा समय तक कारगर नहीं है
Hvp वैक्सीन बहुत समय तक कारगर रहती है. यह बात गलत है की वैक्सीन ज्यादा समय तक कारगर नहीं है. इसकी तीन खुराक लेने के बाद कोई बूस्टर डोस लेने की जरूरत नहीं पड़ती.
-असत्य
पिप स्विमर टेस्ट करने के बाद Hvp टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ती
वैक्सीन वेयर इस टेस्ट का एक दूसरे से कोई वास्ता नहीं है.पेप टेस्ट का काम कैंसर सेल का पता लगाना व उनकी जांच करना है. यह 100 परसेंट कारगर नहीं है लेकिन दोनों ही टेस्टों की बेहद जरूरत होती है.
-असत्य
12 वर्ष की आयु के बाद hvp वैक्सीन नहीं लगवा सकते
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. अगर महिला यौन रूप से है तब इसका असर कम हो जाता है लेकिन hvp वैक्सीन जरूर फायदा देती है.
-असत्य
Hvp वैक्सीन बस लड़कियों के लिए कारगर है
यह बात बिल्कुल गलत है किमहिलाओं मे ही कारगर है. यह महिलाओं और पुरुषों में दोनों में ही कारगर है. ऐसे में वैक्सीन hvp लगवाना दोनों के लिए ही बेहद फायदेमंद होता है इससे सुरक्षा दुगनी हो जाती है.
-असत्य
अगर आप पहले से ही संक्रमित है तो यह वैक्सीन नहीं लगवा सकते
यह बात बिल्कुल गलत है कि पहले से ही संक्रमित लोग hvp वैक्सीन का प्रयोग नहीं कर सकते. संक्रमण के 100 से भी ज्यादा प्रकार है जिम जो महत्वपूर्ण प्रकारों का hvp वैक्सीन बेहद असरदार होती है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।