भारत पर चावल खाना आम बात है. चावल के बिना लोगों का पेट नहीं भरता. दक्षिण भारत हो या बिहार दोनों प्रदेशों में चावल बड़े चाव से खाया जाता है. ज्यादा चावल के सेवन से भी नुकसान हो सकता है. इसलिए लोग व्हाइट राइस को ब्लैक राइस से रिप्लेस कर रहे हैं. आईए जानते हैं ब्लैक राइस के फायदे.
ब्लैक राइस में पोषक तत्वों प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. काले चावल के कुछ हैरान करने वाले फायदे-
कैंसर से बचाव-
कॉलेज चावलों का रंग बैगनी रंग होता है.जो एंथोसाइएनिन जैसा होता है. इसे फ्लेवरेट पौधे का समूह भी कहते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी कैंसर विरोधी गुण अच्छे से पाए जाते हैं. जिससे कैंसर होने ने का खतरा काम रहता है.
प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व-
काले चावल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट प्रोटीन और आयरन की मात्रा पाई जाती है. जिससे शरीर में जो भी विटामिन काम होते हैं. उसकी भरपाई ब्लैक राइस से आसानी से की जा सकती है.
गुड फॉर वेट लॉस-
ब्लैक राइस में प्रोटीन व आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. वह वेट लॉस करने के लिए भरपूर मात्रा में फाइबर भी ब्लैक राइस में मौजूद होता है. ब्लैक राइस खाने के बाद पेट देरी तक भरा रहता है. जिससे बार-बार खाने की जरूरत नहीं पड़ती. जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है.
ब्लैक राइस ग्लूटेन फ्री होते हैं-
डाइट में ग्लूटेन का ज्यादा प्रयोग करने से सिल् एक बीमारी का अंदेशा रहता है. लेकिन ब्लैक राइस ग्लूटेन फ्री होता है. इसलिए ब्लैक राइस आपकी डाइट के लिए एक बेहतर विकल्प है.
एंटीऑक्सीडेंट
फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से सेल की रक्षा करता है. ब्लैक राइस में सबसे ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है जो डाइट में अपने के बेहद फायदे होते हैं.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।