बैक्टीरिया एक्स घातक बीमारी है.जो कोरोना से भी बड़ी महामारी ला सकती है.अगर आजकल हम गूगल पर जाकर सर्च करते हैं.तो उसमें यह बताया जा रहा है कि एक्स नामक बीमारी कोरोना की तरह घातक हो सकती है उससे ज्यादा गंभीर भी हो सकती है. यह भी कहां जा रहा है कि एक नई महामारी है. कई वेबसाइट पर पढ़ कर पाता चल रहा है की बैक्टीरिया एक कोरोना से भी गंभीर महामारी हो सकती है गूगल में कई जगह पढ़ने में यही आ रहा है. इसको पढ़ते हुए कोरोना का समय याद आने लगता है.उसे समय कितनी मृत्यु हुई है जिन्हें देखकर लोगों को यह लगने लगा था की वह भी जीवित रहेंगे या नहीं.अगर यह बीमारी इतनी घातक है तो इसके लिए इससे बचने के उपाय किए जा रहे हैं. क्या इसका इलाज भी मुमकिन है.
आईए जानते हैं डिजीज एक्स दरअसल क्या है
बताया यह जा रहा है की मच्छर द्वारा क्या किसी भी जानवर द्वारा बीमारी फैलने वाला कोई भी कीटाणु बीमारी फैलने वाला कोई भी कीटाणु जो लैब मे बनाया गया हो या फिर पहले से मौजूद हो तेजी से फैल सकता हो उससे बैक्टीरिया एक्स कहते है.
बैक्टीरिया को फैलने में तीन चीज सहायक होती
– जैसे इंफेक्शन को फैलाने वाला जीव या जानवर
-बैक्टीरिया की फैलने की क्षमता कितनी है
– बैक्टीरिया को फैलाने में सहायक वातावरण
अगर कोई बीमारी फैल रही है.और उसके यह तीनों कारण है तो उसी को बैक्टीरिया एक्स कह सकते हैं.
बैक्टीरिया एक्स के लक्षण
– इसमें जुखाम खांसी खांसी बुखार क्या सभी इसके लक्षण है.
– इससे ऐसी बीमारियां ज्यादातर सांस नालियों से जुड़ी होती है इसलिए ही यह गंभीर होती है.
– इसमें इबोला जैसे भी वायरस आते हैं जो मल मूत्र से संबंधित बीमारियां के द्वारा फैलती है.
– इसमें लासा बैक्टीरिया भी हो सकता है जिसमें बुखार के साथ शरीर पर लाल चकत्ते और लाल खुजली भी हो जाती है.
– और कुछ समय बाद शरीर से खून भी बहने लगता है.इसलिए ऐसे बताओ अभी जरूरी है.
आईए जानते हैं इससे बचने के उपाय और इसका कैसे इलाज किया जा सकता है
दुनिया भर में ज्यादातर ऐसी बीमारियों की कोई वैक्सीन नहीं है इसलिए इनसे बचाव ही इसका इलाज है.
– इसलिए एयरपोर्ट पर जांच होनी जरूरी है.
– WHO संस्था इसकी जांच में लगी हुई है जिससे यह बैक्टीरिया एक्स पनप ना पाए.
– कभी भी वातावरण से छेड़छाड़ होती है तो वायरस के अंदर म्यूटेशन होती है.
– समय रहते सही वैक्सीन का प्रयोग करें और इस बीमारी से बचे रहे.