आज के समय में हमे फोन की इस कदर आदत पड़ चुकी है, कि सोते, जागते, उठते, बैठते हर समय हमारे हाथ मॆं फोन ही रहता है। क्योकि हमारें सारे काम तो फोन से जुड़े होते है। जिसके कारण हम फोन से दूर रहकर भी दूर नहीं हो पाते है। हम रात को सोते समय भी अपने पास फोन रखकर ही सोते है। जो हमारे स्वास्थ्य को खराब करने का एक मुख्य कारण है। दरअसल आज के समय में हमारी दिनचर्या ही बदल गई। हर समय हम बस अपने काम से जुड़े होते है, जिसकी वजह से हमें एक रात ही मिलती है, जिसमें हम अपनी थकावट को दूर कर चेन से सो पाते है, किन्तु उस समय भी हम एक ऐसी गलती करते है, जिसके कारण हमें बाद में काफी परेशानी उठानी पड़ती है, हम रात को लेट तो सोते ही है। जिसमें किसी को अपना काम होता है, तो कोई बेवजह फोन को चलाता रहता है। लेकिन रात को अपने तकिए के पास फोन रखने की आदत हमारें स्वास्थ्य पर एक गहरा प्रभाव डालता है। जो हमें उस समय तो पता चलता नहीं है, लेकिन यह हमारें हार्ट पर काफी असर डालता है।
इसके कुछ प्रभावः-
मानसिकता पर असर डालता है,
जब से फोन आया है, तब से हमने अपने दिमाग को रेस्ट देना जैसे भूल ही गए। और रात को सोते समय भी हम अपने फोन को अपने पास रखकर सोते है, जिसके कारण फोन से निकलने वाली रेडिएशन हमारे मानसिकता पर बहुत गहरा प्रभाव डालती है। रात को सोते समय फोन पास रखकर सोने से यह हमारी यददाश्त कमजोर करने पर भी काफी असर डालता है।
नींद न आने की समस्या,
बढ़ती उम्र के साथ हमारी नींद धीर – धीरे कम होने लगती है, जिसकी वजह से हमारा पूरा दिन आलस व चिड़चिड़ापन में गुजरता है, किन्तु आज के समय में अनिद्रा की परेशानी हमें छोटी उम्र से ही होने लगती है। दरअसल मेलाटोनिन नाम का एक हार्मोन होता है। जो हमारें शरीर में नींद के लिए तैयार करता है। किन्तु देर रात तक फोन चलाने व फोन को पास रखकर सोने से, जो फोन द्वारा रेडिएशन पैदा होती है। उसके कारण हमारे हार्मोन सही से रिलीज नहीं हो पाते है, जिसके कारण हमें नींद न आने की परेशानी से जूझना पड़ता है।