अक्सर कई बार ऐसा होता है कि हम पढ़ा हुआ भूल जाते हैं बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जिन्हें पढ़ा हुआ कुछ समय के बाद याद नहीं रहता है जिसके लिए कुछ उपाय करना जरूरी है। भूलने पर पनिशमेंट देना मेंटल हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है जिसके लिए हम कुछ उपायों को अपना सकते हैं जिससे याददाश्त बनी रहे और पढ़ा हुआ भी ना भूले, आपके बच्चे को कुछ भी याद रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तो अब आप उसके लिए कुछ तरीके अपना सकते हैं जिसे याददाश्त को तेज करने में मदद मिलेगी आईए जानते हैं।
याददाश्त तेज करने के कुछ तरीके –
नींद पूरी लें:- यदि हर समय पढ़ाई करने के कारण नींद अधूरी रह जाती है तो यह भी पढ़ा हुआ भूलने में का कारण बन सकता है। अच्छी नींद शरीर को एनर्जेटिक बनती है और ब्रेन को भी आराम के लिए समय देना चाहिए साथ ही नींद को पूरी होने से आपका मूड भी बेहतर होगा और बच्चे को सोने से पहले हल्दी वाला दूध दे सकते हैं उसकी याददाश्त में बढ़ोतरी होगी।
टाइम टेबल बनाएं:- हमारे जीवन में रोजाना पढ़ाई को समय देने की है कि अहम भूमिका होती है जिसके लिए टाइम टेबल बनाना बहुत जरूरी है। बेहतर टाइम बेस पर अपने बच्चों के लिए फ्लैक्सिबल रूटिंग बनाएं जिसमें वह खेलने के साथ-साथ पढ़ाई के लिए भी समय निकाल सके।
मेमोरी बूस्टर फूड्स खिलाएं:- आपके बच्चे को याददाश्त बढ़ाने के लिए अच्छा पोषण भरपूर मात्रा में देना जरूरी है बच्चों की याददाश्त को बढ़ाने के लिए उन्हें हेल्दी डाइट की जरूरत होती है जिसके लिए स्ट्रांग ब्रेन और याददाश्त को बढ़ाने में मदद मिलती है ऐसे में अखरोट बादाम आदि का सेवन भी कर सकते हैं।
मेमोरी बूस्टर गेम्स खिलाएं:- बच्चों के लिए याददाश्त बढ़ाने के लिए कई ऐसे गेम है जिसे बच्चे को चीजों को याद रखने में मदद मिलेगी ध्यान रहे कि अधिक समय खेलने पर ही ना बिताने दे।
बच्चों से बातें करें:- अपने बच्चों से बात करें साथ ही उसे पढ़ाई के बारे में भी पूछे क्या उसको पढ़ते समय उसका रूटिंग कंफर्टेबल है या नहीं? उस पर कोई प्रेशर तो नहीं है क्योंकि स्वस्थ मेंटल हेल्थ सेहत के लिए जरूरी होती है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।