हर साल वर्ल्ड कैंसर डे 4 फरवरी के दिन बनाने का कारण यही है कि लोगों में जागरूकता बड़े. क्योंकि दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा फैलने वाली बीमारी कैंसर है. और इसकी अवेयरनेस बहुत ही कम है. जिस वजह से कैंसर से डेथ बहुत ज्यादा होती है. हाल ही में एक खबर सर्वाइकल कैंसर से पूनम पांडे की डेथ फैलाई गई थी. क्योंकि लोगों में सर्वाइकल कैंसर की अवेयरनेस कम होने के कारण यह तरीका अपनाया गया. जिससे लोगों ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानने के लिए नेट पर खूब सर्च किया. और सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानने के लिए बहुत से आर्टिकल पड़े. इसे ही अवेयरनेस कहते हैं. जिससे बीमारी को सही समय पर इलाज मिल सके. आईए जानते हैं सर्वाइकल कैंसर के बारे में और इसकी थीम क्या है
कैंसर से मौत दुनिया दूसरे नंबर पर आती है.दुनिया भर के लिए कैंसर एक घातक बीमारी है. हो के अनुसार 2018 में कैंसर से लगभग 90 लाख लोगों की मौत हुई थी. यह है छोटा-मोटा आंकड़ा नहीं है. हाल ही में पता चला है कि 77% कैंसर पेशेंट तो की बढ़ोतरी हुई है.
इस साल की कैंसर डे की थीम क्या है?
“क्लोज द केयर गैप” इस साल की कैंसर डे थीम है. जिसका मतलब यही है कि सभी लोगों को पूरी जानकारी समय से हो सके. साथ ही जिन लोगों को भी कैंसर है उनका समय से इलाज किया जा सके. इस जागरूकता के साथ लोगों को हर साल 4 फरवरी कैंसर अवेयरनेस डे के रूप में मनाया जाता है
कैंसर वर्ल्ड डे की हिस्ट्री
इसकी शुरुआत फ्रांस से 1999 में एक एग्रीमेंट द्वारा की गई. साल 2000 में पहली बार 4 फरवरी को कैंसर डे मनाया गया था. इस काम मकसद यही था कि सभी देश इसमें एक साथ मिलकर अवेयरनेस को पूरी दुनिया में फैला दे और इससे संबंधित मरीजों को सभी सुविधाएं वह उनका इलाज सही तरीके से किया जा सके.