लोग लोग अपने वेट से परेशान रहते हैं.क्योंकि वजन जल्द ही नहीं घाट नहीं लगता, इसके लिए शारीरिक मेहनत लगती है.जिसके लिए हर कोई समय नहीं निकल पाता,जिस वजह से शरीर में बहुत सी बीमारियां लग जाती हैं,और शरीर की इम्युनिटी को भी चोट पहुंचाते हैं. जिस वजह से हमें कई गंभीर बीमारियों से सामना करना पड़ सकता है जैसे दिल की बीमारियां, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां लग जाती है.
मोटापा एक विश्व स्तरीय गंभीर बीमारी है, जिससे दुनिया भर में 65 करोड लोग ग्रसित है, लगभग 190 करोड़ जनसंख्या के हिसाब के मुताबिक.
वेट लॉस से क्या अनोखे फायदे होते हैं
स्लीप एपनिया में लाभ
स्लीप अपनिया रात की नींद में बहुत ही ज्यादा खल डालता है.इस बीमारी से गार्डन में एक्स्ट्रा फैट इकट्ठा हो जाता है. यह बीमारी वजन तो बढ़ती ही है,साथ में सांस लेने में भी दिक्कत करने लगती है. बीमारी में वेट लॉस करने से बेहद फायदा मिलता है,और नींद भी अच्छी हो जाती है.
हार्ट प्रॉब्लम में कमी
हार्ट की प्रॉब्लम बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से होती है. शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का काम यही होता है प्लेग को वह ब्लड वेसल से साफ करने में मदद करता है जिससे शरीर की गतिविधियां नियमित रूप से चलती रहती हैं इसलिए वजन घटने में फायदा मिलता है. साथी दिल को भी स्वस्थ रखने का करता है.
डायबिटीज में फायदेमंद
ज्यादातर मरीजों में मोटापा ज्यादा होना इस वजह से इन्सुलिन सेंसटिविटी काम हो जाती है. जिस कारण से शुगर का स्तर बढ़ जाता है. इसलिए वेट लॉस डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद है.
जॉइंट पेन में सुधार
अधिक वेट होने से घुटनों में दर्द होना नॉर्मल होता है,क्योंकि घुटनों पर ज्यादा वजन से दबाव बढ़ जाता है इसलिए घुटनों में पेन रहने लगता है. इन्फ्लेमेशन देने के कारण घुटनों के टिशु डैमेज हो जाते हैं जिससे दर्द और बढ़ जाता है. अर्थराइटिस का भी खतरा बनने लगता है. इसलिए वेट लॉस करना जरूरी है,जिससे घुटनों के दर्द से निजात पाया जा सकता है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।