सभी यह तथ्य जानते हैं,की मीठा ज्यादा खाने से नुकसान भी हो सकता है, साथी कई बीमारियां भी शरीर को जकड़ लेती है.ज्यादा शुगर का प्रयोग करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
शुगर से कैसे बचे
-चीनी या मीठा कुछ भी खाएं पूरे दिन के खाने का 10% ही होना चाहिए
-शुगर के कम इस्तेमाल से त्वचा बेहतर रहती है
-मीठा कम खाने से हारमोंस का संतुलन वह लिवर की दिक्कत कम होती है
-मीठे के कम उपयोग से हारमोंस का संकलन बना रहता है वह और बीमारियों से भी बचाने में मदद करता है.
-मीठा संतुलित खाने से मोटापे की दिक्कत नहीं होती
शुगर ज्यादा मात्रा में लेने के क्या नुकसान हो सकते हैं.
अनियंत्रित हार्मोन
मीठे को रेगुलेटरी में ज्यादा लेने से हार्मोनल इंबैलेंस होने लगता है.जिससे शरीर के कार्य में रुकावट आती है,साथ ही कई बीमारियां भी लग सकती हैं.शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए शुगर का इंटक बैलेंसड होना चाहिए.
बेड स्किन हेल्थ
शुगर का ज्यादा खाना मतलब एक्ने और एजिंग का होना,वह रेडिकल डैमेज भी ज्यादा होने लगता है.शुगर ज्यादा खाने से झुर्रियां होना एक आम बात है,और आगे भी ज्यादा लगने लगती है. इसलिए शुगर का प्रयोग काम ही करना चाहिए.
एक्स्ट्रा फैट
बॉडी में शुगर एनर्जी का काम करती है इसलिए इसे लेना भी बेहद जरूरी होता है लेकिन एक नियमित क्वांटिटी में ही मीठा खाना चाहिए. अक्सर लोग मिठाइयों के शौकीन होते हैं या बच्चे चॉकलेट खाने के शौकीन होते हैं,जिससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है.
इंसुलिन रेजिस्टविटी
मिठाइयों को ज्यादा खाने से या फिर खाने में मीठा ज्यादा लेने से इंसुलिन कैसे सेंसटिविटी कम होने लगती है, जिस कारण शरीर के सेल्स इंसुलिन को सही से ऑब्जर्व नहीं कर पाते, जिससे ब्लड शुगर बढ़ने लगता है और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है.
अस्वीकरणः- यह आर्टिकल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। हेल्दी चर्चा इसकी पुष्टि नही करता क्योंकि यह कोई डॉक्टरी सलाह नहीं है।